अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अपने फोर्डो परमाणु संयंत्र में सुरक्षा उपायों की निगरानी बढ़ाने के लिए सहमत हो गया है। इसका मतलब है कि IAEA के निरीक्षक अब फोर्डो में ज़्यादा बार और गहन निरीक्षण कर सकेंगे। यह कदम ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को कम करने में मदद कर सकता है।
मुख्य जानकारी :
- बढ़ी हुई निगरानी: ईरान ने IAEA को फोर्डो में यूरेनियम संवर्धन गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए और अधिक उपकरण लगाने की अनुमति दी है। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के लिए अपने परमाणु कार्यक्रम का उपयोग नहीं कर रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय दबाव: यह समझौता ईरान पर पश्चिमी देशों के बढ़ते दबाव का नतीजा हो सकता है।
- परमाणु समझौते की उम्मीद: यह कदम ईरान और पश्चिमी देशों के बीच लंबे समय से रुके हुए परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- तेल बाजार पर असर: ईरान पर से प्रतिबंध हटने की संभावना से तेल की कीमतों में गिरावट आ सकती है, क्योंकि ईरान दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से एक है।
- भू-राजनीतिक स्थिरता: ईरान के साथ बेहतर संबंध मध्य पूर्व में स्थिरता ला सकते हैं, जिसका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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