इटली की एंटीट्रस्ट एजेंसी ने OpenAI पर 15 मिलियन यूरो (लगभग 130 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना ChatGPT के उपयोगकर्ताओं के डेटा को लेकर कंपनी द्वारा की गई कथित गड़बड़ी के कारण लगाया गया है।
इटली की डेटा प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने मार्च में ChatGPT को बैन कर दिया था क्योंकि उन्हें चिंता थी कि यह चैटबॉट यूजर्स की निजी जानकारी को सही तरीके से नहीं संभाल रहा है। OpenAI ने बाद में कुछ बदलाव किए जिसके बाद अप्रैल में ChatGPT को इटली में फिर से शुरू करने की अनुमति मिल गई।
मुख्य जानकारी :
- यह जुर्माना यूरोपीय संघ के जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) कानून के तहत लगाया गया है, जो डेटा प्राइवेसी के लिए बहुत सख्त नियम बनाता है।
- इटली की एंटीट्रस्ट एजेंसी का कहना है कि OpenAI ने यूजर्स को यह नहीं बताया कि वह उनका डेटा कैसे इस्तेमाल कर रहा है, और ना ही उसने बच्चों को अनुपयुक्त कंटेंट से बचाने के लिए पर्याप्त कदम उठाए।
- यह मामला दिखाता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर दुनिया भर में सरकारें कितनी सतर्क हो रही हैं, खासकर जब बात लोगों की निजी जानकारी की हो।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर AI से जुड़ी कंपनियों के लिए एक चेतावनी है। उन्हें डेटा प्राइवेसी नियमों का सख्ती से पालन करना होगा, नहीं तो उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।
- निवेशकों को AI कंपनियों में निवेश करने से पहले उनके द्वारा डेटा प्राइवेसी नियमों के पालन की जांच कर लेनी चाहिए।
- यह घटना AI के क्षेत्र में नियमों और कानूनों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक कदम हो सकती है।
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