स्वान एनर्जी लिमिटेड, जो टेक्सटाइल, रियल एस्टेट, तेल और गैस और जहाज निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में काम करती है, ने अपने शिपयार्ड, रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड (RNEL) में काम फिर से शुरू कर दिया है। यह शिपयार्ड गुजरात के पिपावाव में स्थित है और भारत के सबसे बड़े शिपयार्ड में से एक है।
स्वान ने इस शिपयार्ड को दिवालिया होने के बाद खरीदा था और अब इसे फिर से चालू करके जहाजों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। सबसे पहले भारतीय तटरक्षक बल के एक जहाज, ‘राज रतन’ की मरम्मत की गई है। यह काम 4 सितंबर 2024 को शुरू हुआ था और 30 नवंबर 2024 को पूरा हो गया।
स्वान एनर्जी के डायरेक्टर, विवेक मर्चेंट ने कहा कि यह शिपयार्ड जल्द ही नए जहाज बनाने का काम भी शुरू करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि यह शिपयार्ड भारत में रक्षा और व्यावसायिक जहाजों के निर्माण के लिए एक प्रमुख केंद्र बने।
मुख्य जानकारी :
- स्वान एनर्जी के शिपयार्ड का फिर से चालू होना कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे कंपनी को रक्षा और व्यावसायिक क्षेत्रों में नए अवसर मिलेंगे।
- भारतीय तटरक्षक बल के जहाज की सफल मरम्मत से पता चलता है कि शिपयार्ड में काम की गुणवत्ता अच्छी है।
- यह खबर भारत के जहाज निर्माण उद्योग के लिए भी अच्छी है क्योंकि इससे इस क्षेत्र में और विकास होगा।
निवेश का प्रभाव :
- स्वान एनर्जी के शेयरों में तेजी आ सकती है क्योंकि कंपनी का शिपयार्ड फिर से चालू हो गया है और नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
- लंबी अवधि में, स्वान एनर्जी के शेयरों में अच्छा रिटर्न मिल सकता है क्योंकि कंपनी जहाज निर्माण क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
- निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन और नए ऑर्डर पर नजर रखनी चाहिए।
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