JSW Steel ने झारखंड में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) की दो तांबे की खदानों को खरीदने के लिए बोली जीत ली है। ये खदानें तीन मिलियन टन तांबे का उत्पादन हर साल कर सकती हैं। इस जीत से JSW Steel को स्टील के अलावा दूसरे धातुओं के कारोबार में भी कदम रखने में मदद मिलेगी।
HCL, जो भारत सरकार के अधीन है, देश में तांबे का उत्पादन बढ़ाना चाहता है ताकि विदेशों से तांबा मंगाने की ज़रूरत कम हो। इन खदानों में से एक नई है, जबकि दूसरी 20 सालों से बंद पड़ी है।
मुख्य जानकारी :
- JSW Steel अब सिर्फ़ स्टील बनाने वाली कंपनी नहीं रहेगी। वह अब तांबे के कारोबार में भी उतरेगी।
- भारत में तांबे का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे विदेशों से तांबा मंगाने में कमी आएगी।
- JSW Steel के इस कदम से कंपनी के विकास और मुनाफे में बढ़ोतरी हो सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- JSW Steel के शेयरों में तेजी आ सकती है क्योंकि कंपनी नए कारोबार में उतर रही है।
- तांबे की कीमतों में कमी आ सकती है क्योंकि भारत में तांबे का उत्पादन बढ़ेगा।
- दूसरे धातु क्षेत्रों में भी निवेश के नए मौके बन सकते हैं।
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