अमेरिका में कच्चे तेल का भाव आज बढ़कर 68.37 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। यह कल के भाव से 1.17 डॉलर यानी 1.73% ज़्यादा है।
मुख्य जानकारी :
- तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी कई कारणों से हुई है, जैसे कि ओपेक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती और अमेरिका में तेल भंडार में कमी।
- भारत, जो अपनी तेल ज़रूरतों का 85% आयात करता है, के लिए यह चिंता की बात है। तेल महँगा होने से पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ सकते हैं, जिससे महंगाई बढ़ सकती है।
- कंपनियों के लिए भी यह एक चुनौती है क्योंकि उनके परिवहन और उत्पादन लागत बढ़ जाएगी।
निवेश का प्रभाव :
- तेल की बढ़ती कीमतों से तेल और गैस कंपनियों के शेयरों में तेज़ी आ सकती है।
- दूसरी ओर, पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भर रहने वाले उद्योगों, जैसे कि एविएशन और ऑटोमोबाइल, के शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- निवेशकों को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए और बाज़ार पर नज़र रखनी चाहिए।
स्रोत: