रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के डिप्टी गवर्नर का कहना है कि बढ़ती महंगाई की वजह से भारत की आर्थिक वृद्धि धीमी हो सकती है। महंगाई बढ़ने से लोगों की जेब पर बोझ बढ़ता है, जिससे वे कम सामान खरीदते हैं। इससे कंपनियों का मुनाफा कम होता है और वे निवेश करने से हिचकिचाती हैं।
मुख्य जानकारी :
- महंगाई की मार: भारत में पिछले कुछ समय से महंगाई दर ऊपर रही है। इससे आम आदमी परेशान है क्योंकि रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ गए हैं।
- आरबीआई की चिंता: आरबीआई को डर है कि अगर महंगाई ऐसे ही बढ़ती रही तो इससे आर्थिक वृद्धि धीमी पड़ सकती है।
- कंपनियों पर असर: महंगाई बढ़ने से कंपनियों को अपना सामान बनाने में ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इससे उनका मुनाफा कम होता है और वे नए निवेश करने से बचते हैं।
- निवेश में कमी: जब कंपनियां निवेश नहीं करतीं, तो नए कारखाने नहीं लगते, नौकरियां नहीं बढ़तीं और आर्थिक विकास रुक जाता है।
निवेश का प्रभाव :
- सावधानी बरतें: अगर महंगाई बढ़ती रहती है, तो शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आ सकता है। ऐसे में निवेशकों को सावधानी से निवेश करना चाहिए।
- मजबूत कंपनियों पर ध्यान दें: ऐसी कंपनियों में निवेश करें जिनका कारोबार मजबूत हो और महंगाई के दौर में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
- सरकार की नीतियों पर नजर रखें: सरकार महंगाई को कम करने के लिए क्या कदम उठाती है, इस पर नजर रखें।
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