अदानी ग्रुप अगले 24 से 36 महीनों में अपने एयरपोर्ट बिज़नेस का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) लाने की तैयारी में है। इसका मतलब है कि आम लोग भी अदानी एयरपोर्ट्स में शेयर खरीदकर कंपनी में हिस्सेदार बन सकेंगे।
अभी, अदानी एयरपोर्ट्स पूरी तरह से अदानी एंटरप्राइजेज के अधीन है। IPO से पहले, अदानी ग्रुप मिडिल ईस्टर्न सॉवरेन फंड से लगभग 7,500 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रहा है। यह पैसा एयरपोर्ट बिज़नेस को बढ़ाने और मजबूत बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
मुख्य जानकारी :
- अदानी ग्रुप एयरपोर्ट सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है।
- IPO से कंपनी को और पूंजी मिलेगी जिससे वह नए एयरपोर्ट बना सकती है और मौजूदा एयरपोर्ट्स को बेहतर बना सकती है।
- यह IPO निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर अगर एविएशन सेक्टर में तेजी बनी रहती है।
निवेश का प्रभाव :
- एयरपोर्ट सेक्टर में ग्रोथ की काफी संभावनाएं हैं, इसलिए अदानी एयरपोर्ट्स का IPO निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है।
- IPO से पहले कंपनी के प्रदर्शन और वित्तीय स्थिति को अच्छी तरह से समझ लेना ज़रूरी है।
- IPO में निवेश करने से पहले, बाजार के जानकारों से सलाह लेना भी फायदेमंद हो सकता है।