मवाना शुगर्स कंपनी की कुछ इकाइयों को दिल्ली सरकार की एंटी करप्शन ब्रांच से नोटिस मिले हैं। ये नोटिस चीनी खरीद में कंपनी के एक एजेंट द्वारा किए गए लेनदेन के बारे में जानकारी मांगते हैं।
- जांच का दायरा अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इससे कंपनी के कामकाज में देरी हो सकती है और कानूनी खर्चे बढ़ सकते हैं।
- इस खबर से चीनी उद्योग में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर फिर से चर्चा शुरू हो सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- मवाना शुगर्स के शेयरों में गिरावट आ सकती है क्योंकि निवेशक अनिश्चितता से बचने की कोशिश करेंगे।
- लंबी अवधि के निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें जांच के नतीजों पर नजर रखनी चाहिए।
- चीनी उद्योग में निवेश करने वाले निवेशकों को सावधान रहना चाहिए और कंपनियों के कामकाज की अच्छी तरह जांच करनी चाहिए।
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