जापान की Nippon Steel और अमेरिका की U.S. Steel के बीच प्रस्तावित विलय को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है। राष्ट्रपति बाइडेन ने इस सौदे को रोक दिया है, जिसके बाद दोनों कंपनियों ने इस फैसले को चुनौती देते हुए मुकदमा दायर किया है। Moody’s के वरिष्ठ विश्लेषक Schorr का कहना है कि इस मुकदमे से अधिग्रहण की संभावना और कम हो गई है।
यह विलय, अगर सफल होता, तो वैश्विक इस्पात उद्योग में एक बड़ा बदलाव लाता। Nippon Steel दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी है, जबकि U.S. Steel अमेरिका की एक प्रमुख इस्पात निर्माता है।
मुख्य जानकारी :
- राष्ट्रपति बाइडेन ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इस विलय को रोक दिया है।
- Nippon Steel और U.S. Steel ने इस फैसले के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जिससे यह मामला और उलझ गया है।
- Moody’s का मानना है कि मुकदमेबाजी से अधिग्रहण की संभावना कम हो गई है।
- इस घटनाक्रम का असर वैश्विक इस्पात उद्योग पर पड़ सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- इस खबर से U.S. Steel के शेयरों में गिरावट देखी जा सकती है।
- निवेशकों को इस्पात क्षेत्र में निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और इस मामले के आगे के घटनाक्रम पर नजर रखनी चाहिए।
- इस घटना से यह भी पता चलता है कि सरकारें वैश्विक व्यापार सौदों में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
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