भारतीय दवा कंपनी वीनस रेमेडीज को मलेशिया में अपने प्री-फिल्ड सिरिंज (पहले से भरी हुई इंजेक्शन) बनाने के कारखाने के लिए मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी मलेशिया की नेशनल फार्मास्युटिकल रेगुलेटरी एजेंसी (NPRA) ने दी है, जो फार्मास्युटिकल इंस्पेक्शन को-ऑपरेशन स्कीम (PIC/S) का हिस्सा है। PIC/S दुनिया भर में दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा के लिए मानक तय करता है।
यह वीनस रेमेडीज के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इससे कंपनी को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में अपनी दवाएं बेचने में मदद मिलेगी। कंपनी का कहना है कि यह मंजूरी उनके लिए एक मील का पत्थर है और इससे उन्हें तेजी से बढ़ते दक्षिण पूर्व एशियाई दवा बाजार में अपनी जगह मजबूत करने में मदद मिलेगी।
मुख्य जानकारी :
- वीनस रेमेडीज को मलेशिया में PIC/S GMP मंजूरी मिलने से कंपनी की विश्वसनीयता बढ़ेगी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसकी प्रतिष्ठा मजबूत होगी।
- यह मंजूरी दूसरे PIC/S सदस्य देशों से मंजूरी पाने में भी मदद करेगी, जिससे कंपनी का वैश्विक विस्तार होगा।
- प्री-फिल्ड सिरिंज तकनीक में महारत हासिल करके, वीनस रेमेडीज ने खुद को एक इनोवेटिव कंपनी के रूप में स्थापित किया है।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर वीनस रेमेडीज के शेयरों के लिए सकारात्मक है। निवेशक इस कंपनी पर नजर रख सकते हैं क्योंकि इसके वैश्विक विस्तार से आने वाले समय में मुनाफा बढ़ सकता है।
- दक्षिण पूर्व एशियाई बाजार में तेजी से वृद्धि हो रही है, इसलिए इस क्षेत्र में काम करने वाली दवा कंपनियों में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
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