तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक (TMB) के बड़े अधिकारियों ने बताया है कि वे अगले साल यानी FY’26 में अपने लोन के कारोबार में 15 से 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। बैंक का ध्यान छोटे व्यापारियों (MSME), खेती, खुदरा लोन (जैसे घर और गाड़ी के लिए लोन) और सोने के लोन पर ज़्यादा रहेगा। बैंक के MD और CEO सली एस नायर ने यह भी बताया कि इस साल (FY’25) बैंक ने ₹1,183 करोड़ का सबसे ज़्यादा मुनाफा कमाया है और उनके डूबे हुए कर्ज़े (GNPA) भी पिछले 10 सालों में सबसे कम हो गए हैं, जो कि 1.25% है। बैंक को उम्मीद है कि उनके पास जो आसानी से मिलने वाला पैसा है (CASA Ratio) वह भी सुधरेगा और उन्हें कर्ज़ देने के लिए जो पैसा मिलता है उसकी लागत भी कम होगी।
मुख्य जानकारी :
यह खबर दिखाती है कि तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक को अपने कारोबार के भविष्य को लेकर काफी भरोसा है। बैंक अलग-अलग क्षेत्रों में ध्यान दे रहा है ताकि विकास हो सके। सबसे अच्छी बात यह है कि बैंक का मुनाफा बढ़ा है और उनके कर्ज़े भी सुरक्षित हैं। सोने के लोन पर बैंक का ज़ोर देना भी एक अच्छा कदम हो सकता है क्योंकि भारत में सोने को काफी महत्व दिया जाता है। बैंक यह भी कोशिश कर रहा है कि ज़्यादा ग्राहक उनसे जुड़ें और डिजिटल तरीके से भी बैंक अच्छा काम करे।
निवेश का प्रभाव :
अगर आप निवेशक हैं, तो यह खबर तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक के बारे में अच्छी जानकारी देती है। बैंक का मुनाफा बढ़ रहा है और कर्ज़े भी नियंत्रण में हैं, जो कि एक अच्छी बात है। अगर बैंक वाकई में 15-18% की लोन ग्रोथ हासिल कर लेता है, तो इससे बैंक की कमाई और भी बढ़ सकती है। अभी के बाजार के हालात और दूसरे बैंकों के मुकाबले TMB कैसा प्रदर्शन करता है, यह देखना ज़रूरी होगा। कुछ जानकारों का यह भी मानना है कि FY’26 में भारतीय बैंकों का लोन कारोबार 12-13% तक बढ़ सकता है, ऐसे में TMB का अनुमान थोड़ा ज़्यादा लग सकता है। इसलिए, निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लेना और अपने वित्तीय सलाहकार से बात करना ज़रूरी है।