आज शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत अच्छी नहीं रही। NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) का मुख्य सूचकांक, निफ्टी 50, शुरुआती कारोबार में 0.21% की गिरावट के साथ खुला। इसका मतलब है कि बाजार में आज खरीददारों की जगह बेचने वाले ज्यादा थे, जिससे शेयर की कीमतें नीचे आईं। सेंसेक्स में भी 145 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जिसमें सबसे प्रमुख विदेशी निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली और अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ना है। अमेरिका ने कुछ भारतीय सामानों पर टैरिफ (आयात शुल्क) बढ़ाने की धमकी दी है, जिससे निवेशकों का भरोसा कम हुआ है।
पिछले कुछ दिनों से बाजार में गिरावट का माहौल बना हुआ है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला भी निवेशकों को कुछ खास उत्साहित नहीं कर पाया। इसके अलावा, कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों ने भी बाजार को प्रभावित किया है। आज सुबह आईटी और फार्मा जैसे सेक्टर में ज्यादा गिरावट देखने को मिली। हालांकि, कुछ सेक्टर जैसे मीडिया, तेल और गैस में थोड़ी तेजी भी दिख रही है।
मुख्य जानकारी :
- व्यापारिक तनाव: सबसे बड़ी खबर अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव है। अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी से निवेशकों में डर का माहौल है, जिससे बिकवाली बढ़ गई है।
- FIIs की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। उनके इस कदम से बाजार पर दबाव बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों में FIIs ने हजारों करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।
- सेक्टोरल प्रदर्शन: शुरुआती कारोबार में IT, फार्मा और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (Consumer Durables) जैसे सेक्टर में भारी बिकवाली हुई। वहीं, मीडिया, तेल और गैस जैसे सेक्टर में कुछ हद तक मजबूती देखने को मिली।
- मिडकैप और स्मॉलकैप पर असर: बड़े शेयरों के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट दिख रही है। इसका मतलब है कि बाजार में बिकवाली का असर हर तरह के शेयरों पर हो रहा है।
निवेश का प्रभाव :
यह बाजार की गिरावट निवेशकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें बताती है। अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो आपको इस तरह की गिरावट से घबराना नहीं चाहिए। बाजार में गिरावट के समय अच्छी और मजबूत कंपनियों के शेयरों को कम कीमत पर खरीदने का मौका मिलता है। हालांकि, मौजूदा माहौल में निवेशकों को कुछ सावधानी बरतनी चाहिए:
- सावधानी से निवेश करें: बाजार में अस्थिरता है, इसलिए एक साथ बड़ी रकम लगाने से बचें। धीरे-धीरे और सोच-समझकर निवेश करें।
- पोर्टफोलियो में विविधता लाएं: अपने निवेश को केवल एक सेक्टर तक सीमित न रखें। अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करके जोखिम को कम किया जा सकता है। इस समय कुछ डिफेंसिव सेक्टर (जो बाजार की गिरावट में कम प्रभावित होते हैं) जैसे FMCG या हेल्थकेयर पर ध्यान दिया जा सकता है।
- मौजूदा रुझानों पर नज़र रखें: अमेरिका-भारत व्यापारिक संबंधों और FIIs के निवेश पैटर्न पर लगातार नज़र रखें। जब तक ये मुद्दे सुलझ नहीं जाते, बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।