भारत सरकार ने खनिजों की खोज और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने “क्रिटिकल मिनरल मिशन” के लिए 180 अरब रुपये की मंजूरी दे दी है। इस मिशन का लक्ष्य उन खनिजों की खोज और उत्पादन को बढ़ाना है जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, बैटरियों और सौर पैनलों जैसे महत्वपूर्ण उत्पादों के लिए ज़रूरी हैं।
इस मिशन से भारत को कई फायदे होंगे:
- आत्मनिर्भरता: भारत अभी कई महत्वपूर्ण खनिजों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है। इस मिशन से भारत अपनी ज़रूरतें खुद पूरी कर सकेगा।
- नए उद्योग: नए खनिजों की खोज और उत्पादन से नए उद्योगों का विकास होगा और रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे।
- आर्थिक विकास: इस मिशन से भारत की अर्थव्यवस्था को मज़बूती मिलेगी और देश का विकास होगा।
मुख्य जानकारी :
यह फैसला भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश को आत्मनिर्भर बनाने और नई तकनीकों को अपनाने में मदद करेगा। इस मिशन से भारत में खनिज उत्पादन बढ़ेगा और देश को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, बैटरियों और सौर पैनलों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
निवेश का प्रभाव :
इस खबर से खनन क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों, जैसे NMDC, के शेयरों में तेज़ी आ सकती है। निवेशकों को इस क्षेत्र पर नज़र रखनी चाहिए और खनन कंपनियों के शेयरों में निवेश करने पर विचार करना चाहिए।