नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) ने अपने फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में 45 नए शेयर शामिल किए हैं। जनवरी 2022 के बाद से यह सबसे बड़ा इज़ाफ़ा है। इससे भारतीय डेरिवेटिव्स मार्केट में बड़ा बदलाव आएगा और ट्रेडर्स तथा निवेशकों को नए मौके और hedging strategies मिलेंगे।
मुख्य बातें:
- शुरुआत की तारीख: नए कॉन्ट्रैक्ट्स 29 नवंबर, 2024 से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे।
- अलग-अलग सेक्टर: इस लिस्ट में एनर्जी, फाइनेंस, टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर गुड्स और फार्मास्युटिकल्स जैसे कई सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं, जिससे डेरिवेटिव्स सेगमेंट में मार्केट का representation बढ़ेगा।
- बड़े और मंझोले शेयर: इसमें LIC, Adani Green Energy और Oil India जैसे बड़े शेयरों के साथ-साथ KEI Industries, SJVN और Supreme Industries जैसे मंझोले शेयर भी शामिल हैं, जो अलग-अलग risk appetites वाले ट्रेडर्स को ध्यान में रखते हैं।
- नए IPOs: Zomato, Nykaa और Policybazaar जैसे कुछ नए IPOs भी इस लिस्ट में हैं, जो उनके बढ़ते मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और ट्रेडिंग एक्टिविटी को दर्शाता है।
निवेश का नज़रिया और कुछ खास बातें:
F&O सेगमेंट के इस विस्तार से ट्रेडर्स और निवेशकों में काफी उत्साह रहेगा। इसकी कुछ वजहें ये हैं:
- ज़्यादा Liquidity: F&O सेगमेंट में शामिल होने से अक्सर शेयरों में ट्रेडिंग वॉल्यूम और liquidity बढ़ जाती है। इससे ट्रेडर्स को आसानी से entry और exit मिलती है और bid-ask spreads कम हो सकते हैं।
- Hedging के मौके: निवेशक अपने पोर्टफोलियो को मार्केट में उतार-चढ़ाव और सेक्टर-विशिष्ट जोखिमों से बचाने के लिए डेरिवेटिव्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बेहतर Trading Strategies: इन शेयरों के जुड़ने से arbitrage और options trading जैसी sophisticated trading strategies के रास्ते खुलते हैं, जिससे मार्केट participants को ज़्यादा flexibility मिलती है।
- संभावित Volatility: ज़्यादा liquidity आमतौर पर अच्छी होती है, लेकिन डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग की शुरुआत से शेयरों में, खासकर छोटे मार्केट कैपिटलाइज़ेशन वाले शेयरों में, उतार-चढ़ाव भी बढ़ सकता है। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और risk को manage करना चाहिए।
F&O सेगमेंट में जोड़े गए शेयरों की लिस्ट:
क्रमांक | सिंबल | कंपनी का नाम |
---|---|---|
1 | ADANIENERG | Adani Energy Solutions Limited |
2 | ADANIGREEN | Adani Green Energy Limited |
3 | ANGELONE | Angel One Limited |
4 | APLAPOLLO | APL Apollo Tubes Limited |
5 | ATGL | Adani Total Gas Limited |
6 | BANKINDIA | Bank of India |
7 | BSE | BSE Limited |
8 | CAMS | Computer Age Management Services Limited |
9 | CDSL | Central Depository Services (India) Limited |
10 | CESC | CESC Limited |
11 | CGPOWER | CG Power and Industrial Solutions Limited |
12 | CYIENT | Cyient Limited |
13 | DELHIVERY | Delhivery Limited |
14 | DMART | Avenue Supermarts Limited |
15 | HFCL | HFCL Limited |
16 | HUDCO | Housing & Urban Development Corporation Limited |
17 | INDIANB | Indian Bank |
18 | IRB | IRB Infrastructure Developers Limited |
19 | IRFC | Indian Railway Finance Corporation Limited |
20 | JIOFIN | Jio Financial Services Limited |
21 | JSL | Jindal Stainless Limited |
22 | JSWENERGY | JSW Energy Limited |
23 | KALYANKJIL | Kalyan Jewellers India Limited |
24 | KEI | KEI Industries Limited |
25 | KPITTECH | KPIT Technologies Limited |
26 | LICI | Life Insurance Corporation of India |
27 | LODHA | Macrotech Developers Limited |
28 | MAXHEALTH | Max Healthcare Institute Limited |
29 | NCC | NCC Limited |
30 | NHPC | NHPC Limited |
31 | NYKAA | FSN E-Commerce Ventures Limited |
32 | OIL | Oil India Limited |
33 | PAYTM | One 97 Communications Limited |
34 | POLICYBZR | PB Fintech Limited |
35 | POONAWALLA | Poonawalla Fincorp Limited |
36 | PRESTIGE | Prestige Estates Projects Limited |
37 | SJVN | SJVN Limited |
38 | SONACOMS | Sona BLW Precision Forgings Limited |
39 | SUPREMEIND | Supreme Industries Limited |
40 | TATAELXSI | Tata Elxsi Limited |
41 | TININDIA | Tube Investments of India Limited |
42 | UNIONBANK | Union Bank of India |
43 | VBL | Varun Beverages Limited |
44 | YESBANK | Yes Bank Limited |
45 | ZOMATO | Zomato Limited |
निष्कर्ष:
NSE का F&O सेगमेंट में इन 45 शेयरों को जोड़ने का फैसला भारतीय कैपिटल मार्केट के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए उपलब्ध डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स का दायरा बढ़ाता है, जिससे संभावित रूप से मार्केट में भागीदारी और liquidity बढ़ सकती है।
हालांकि, F&O ट्रेडिंग में शामिल होने से पहले इससे जुड़े जोखिमों को समझना और पूरी research करना ज़रूरी है।