कल के कारोबार में ब्रेंट क्रूड वायदा कीमतों में 0.29 डॉलर यानी 0.38% की बढ़ोतरी हुई और यह 76.87 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
मुख्य जानकारी :
- कच्चे तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी ओपेक+ (तेल उत्पादक देशों के संगठन) द्वारा उत्पादन में कटौती जारी रखने की उम्मीदों के कारण हुई है।
- इसके अलावा, अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में अपेक्षा से कम गिरावट भी कीमतों को सहारा दे रही है।
- चीन में कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील से मांग बढ़ने की उम्मीद भी कीमतों को ऊपर की ओर धकेल रही है।
निवेश का प्रभाव :
- कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से तेल और गैस कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।
- पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ सकती है।
- निवेशकों को ऊर्जा क्षेत्र पर नजर रखनी चाहिए और सोच-समझकर निवेश के फैसले लेने चाहिए।