अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है। ब्रेंट क्रूड 2.2% की बढ़त के साथ 78.57 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया है। यह तेजी पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और तेल उत्पादक क्षेत्रों से निर्यात में संभावित व्यवधान की आशंकाओं के कारण है।
मुख्य जानकारी :
- पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष के और बढ़ने की आशंका से तेल बाजार में घबराहट है।
- इस क्षेत्र से तेल निर्यात बाधित होने की संभावना से कीमतों में तेजी आई है।
- पिछले हफ्ते ब्रेंट क्रूड में 8% से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई थी।
निवेश का प्रभाव :
- तेल की कीमतों में तेजी से तेल कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है।
- पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भर रहने वाले उद्योगों, जैसे कि एविएशन और परिवहन, पर लागत बढ़ने का दबाव पड़ सकता है।
- तेल आयात करने वाले देशों में मुद्रास्फीति बढ़ सकती है।
- निवेशकों को ऊर्जा क्षेत्र के शेयरों में सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए।
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