उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ओला इलेक्ट्रिक के 250 ग्राहकों से फ़ोन पर बात करके उनकी राय जानी। इस सर्वे में पता चला कि ज़्यादातर ग्राहक ओला इलेक्ट्रिक की सेवाओं से खुश नहीं हैं। ग्राहकों ने गाड़ियों में खराबी, सर्विस में देरी और कंपनी के खराब रवैये की शिकायत की।
यह सर्वे इसलिए किया गया क्योंकि ओला इलेक्ट्रिक ने दावा किया था कि उन्होंने 99% ग्राहकों की समस्याओं का समाधान कर दिया है। लेकिन सरकारी सर्वे में यह दावा गलत साबित हुआ।
मुख्य जानकारी :
- ग्राहकों का असंतोष: ओला इलेक्ट्रिक के बहुत से ग्राहक गाड़ियों की क्वालिटी और सर्विस से परेशान हैं।
- सरकार की सक्रियता: सरकार ने ग्राहकों की शिकायतों को गंभीरता से लिया है और कंपनी की जाँच शुरू कर दी है।
- कंपनी की विश्वसनीयता पर सवाल: ओला इलेक्ट्रिक के दावे गलत साबित होने से कंपनी की विश्वसनीयता को नुकसान पहुँच सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट: यह खबर आने के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट आ सकती है।
- इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र पर असर: इस घटना से पूरे इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र की छवि खराब हो सकती है और लोग इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ खरीदने से पहले ज़्यादा सोचेंगे।
- निवेशकों के लिए सावधानी: निवेशकों को ओला इलेक्ट्रिक में निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन पर नज़र रखनी चाहिए।