भारत की सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी, ONGC, अब अपना ध्यान नवीकरणीय ऊर्जा की तरफ बढ़ा रही है। ONGC ने NTPC के साथ मिलकर एक नई कंपनी बनाई है जो सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, और हरित हाइड्रोजन जैसे नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स पर काम करेगी।
ONGC ने 2038 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है और इसके लिए वो लगभग 2 लाख करोड़ रुपये नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में निवेश करने वाली है। इसके तहत, कंपनी अपने ग्रीन एनर्जी पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए ऑफशोर विंड प्रोजेक्ट्स भी विकसित और अधिग्रहित करेगी।
मुख्य जानकारी :
- ONGC का यह कदम भारत सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों के साथ मिलता-जुलता है।
- ONGC का नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश करना कंपनी के लिए दीर्घकालिक वृद्धि के लिए अच्छा साबित हो सकता है।
- ऑफशोर विंड प्रोजेक्ट्स में निवेश से ONGC को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक मजबूत स्थिति बनाने में मदद मिलेगी।
निवेश का प्रभाव :
- ONGC के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है क्योंकि नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भारी वृद्धि की उम्मीद है।
- निवेशक ऐसी अन्य कंपनियों पर भी नज़र रख सकते हैं जो नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रही हैं।
- यह भारतीय शेयर बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है क्योंकि यह दिखाता है कि बड़ी कंपनियां भी नवीकरणीय ऊर्जा को गंभीरता से ले रही हैं।