रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रुपये को गिरने से बचाने के लिए डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत को स्थिर करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके लिए RBI बाजार में डॉलर बेचकर रुपया खरीद रहा है। इस प्रक्रिया को “डॉलर-रुपया स्वैप” कहा जाता है।
मुख्य जानकारी :
- रुपये में गिरावट: पिछले कुछ समय से रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले गिर रही है।
- RBI का हस्तक्षेप: RBI ने रुपये को सहारा देने के लिए बाजार में हस्तक्षेप किया है।
- डॉलर-रुपया स्वैप: RBI डॉलर बेचकर और रुपया खरीदकर बाजार में डॉलर की आपूर्ति बढ़ा रहा है, जिससे रुपये की कीमत में स्थिरता आने की उम्मीद है।
निवेश का प्रभाव :
- आयात-निर्यात पर प्रभाव: रुपये में गिरावट से आयात महंगा हो सकता है और निर्यात सस्ता।
- विदेशी निवेश: रुपये में स्थिरता आने से विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ सकता है।
- शेयर बाजार: RBI के इस कदम से शेयर बाजार में सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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