हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, एक कंपनी ने इस साल की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में रिन्यूएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) परियोजनाओं के लिए 6,314 करोड़ रुपये का ऋण दिया है। यह पिछले साल की इसी अवधि में दिए गए 3,994 करोड़ रुपये के ऋण से काफी ज़्यादा है। इससे पता चलता है कि कंपनी सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा जैसी हरित ऊर्जा परियोजनाओं में ज़्यादा निवेश कर रही है।
मुख्य जानकारी :
- रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में कंपनी के ऋण वितरण में लगभग 60% की बढ़ोतरी हुई है।
- यह बढ़ोतरी सरकार की हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की नीतियों और इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश के कारण हो सकती है।
- कंपनी देश के ऊर्जा संक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
निवेश का प्रभाव :
- रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में तेज़ी से वृद्धि हो रही है और यह निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
- इस क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी देखी जा सकती है।
- निवेश करने से पहले बाज़ार के रुझानों और कंपनी के प्रदर्शन का अध्ययन करना ज़रूरी है।