रूस ने बताया है कि नवंबर में उसका कच्चा तेल उत्पादन OPEC+ समझौते के तहत तय किए गए लक्ष्य के लगभग बराबर रहा। रूस के ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, नवंबर में रूस ने प्रतिदिन 97.2 लाख बैरल कच्चा तेल उत्पादित किया, जो उसके नवंबर लक्ष्य से थोड़ा सा ज़्यादा है।
OPEC+ तेल उत्पादक देशों का एक समूह है, जिसमें रूस भी शामिल है। यह समूह तेल की कीमतों को स्थिर रखने के लिए उत्पादन में कटौती पर सहमत हुआ था। रूस ने अपने तेल उत्पादन में 9.71 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती करने का वादा किया था।
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पता चलता है कि रूस OPEC+ समझौते का पालन कर रहा है और तेल बाजार में स्थिरता बनाए रखने में मदद कर रहा है।
मुख्य जानकारी :
- रूस OPEC+ समझौते के तहत अपने उत्पादन लक्ष्य को पूरा कर रहा है।
- इससे तेल की कीमतों में स्थिरता आ सकती है।
- OPEC+ देशों के बीच सहयोग बना हुआ है।
निवेश का प्रभाव :
- तेल उत्पादक कंपनियों के शेयरों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- तेल की कीमतों में स्थिरता से भारतीय अर्थव्यवस्था को फायदा हो सकता है, क्योंकि भारत तेल का एक बड़ा आयातक है।
- निवेशकों को तेल बाजार पर नजर रखनी चाहिए और OPEC+ की आगामी बैठकों के बारे में जानकारी लेते रहना चाहिए।
स्रोत: