सारांश :
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्त वर्ष 2025 के लिए जमा वृद्धि का लक्ष्य 12-13% रखा था, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि बैंक इस लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएगा। SBI रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, कई कारणों से जमा वृद्धि में कमी आ सकती है।
- क्रेडिट ग्रोथ में तेजी: लोग कर्ज ज्यादा ले रहे हैं जिससे बैंकों के पास जमा कम हो रहा है।
- CASA में गिरावट: करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट में जमा कम हो रहा है, जो बैंकों के लिए सस्ता फंड होता है।
- UPI का बढ़ता इस्तेमाल: UPI के ज़रिए लेनदेन बढ़ने से बैंक जमाओं का इस्तेमाल कम हो रहा है।
- मौद्रिक नीति का असर: RBI की नीतियों का भी बैंक जमाओं पर असर पड़ रहा है।
मुख्य अंतर्दृष्टि :
SBI का जमा वृद्धि लक्ष्य पूरा न कर पाना बैंक के लिए एक चिंता का विषय है। इससे बैंक को कर्ज देने के लिए महंगे स्रोतों से पैसा जुटाना पड़ सकता है, जिससे बैंक का मुनाफा कम हो सकता है। इसका असर बैंक के शेयरों पर भी देखने को मिल सकता है।
निवेश निहितार्थ :
SBI में निवेश करने वाले निवेशकों को इस खबर पर ध्यान देना चाहिए। जमा वृद्धि में कमी से बैंक के मुनाफे पर असर पड़ सकता है। निवेशकों को बैंक के आने वाले तिमाही नतीजों और मैनेजमेंट के बयानों पर नज़र रखनी चाहिए।