भारतीय शेयर बाजार के नियामक, SEBI (सेबी), एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग पर नए नियम लाने की तैयारी में है। एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग का मतलब है कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए शेयरों की खरीद-बिक्री करना। सेबी ने एक ड्राफ्ट सर्कुलर जारी किया है जिसमें एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग करने वाले सभी लोगों के लिए नए नियम और दिशानिर्देश दिए गए हैं।
इस ड्राफ्ट में कुछ खास बातें हैं:
- एल्गो ट्रेडिंग करने वालों को सेबी के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा: अभी तक कोई भी बिना रजिस्ट्रेशन के एल्गो ट्रेडिंग कर सकता था, लेकिन नए नियमों के तहत ऐसा नहीं होगा।
- एल्गो ट्रेडिंग के लिए अलग से सिस्टम ऑडिट कराना होगा: इससे यह सुनिश्चित होगा कि एल्गो ट्रेडिंग सही तरीके से और नियमों के अनुसार हो रही है।
- निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देनी होगी: जो लोग एल्गो ट्रेडिंग का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अपने ग्राहकों को इसके बारे में पूरी जानकारी देनी होगी, जैसे कि यह कैसे काम करता है और इसमें क्या जोखिम हैं।
सेबी ने इस ड्राफ्ट सर्कुलर पर लोगों से 3 जनवरी तक सुझाव मांगे हैं।
मुख्य जानकारी :
सेबी का यह कदम एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग को और पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए उठाया गया है। इससे छोटे निवेशकों को भी बाजार में बराबरी का मौका मिलेगा और गलत तरीकों से होने वाली ट्रेडिंग पर रोक लगेगी।
निवेश का प्रभाव :
अगर आप एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग का इस्तेमाल करते हैं या करने की सोच रहे हैं, तो सेबी के नए नियमों के बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। इन नियमों का असर शेयर बाजार में होने वाली ट्रेडिंग पर पड़ सकता है।
स्रोत: