सुज़लॉन एनर्जी को एक बड़ी राहत मिली है! आयकर विभाग ने कंपनी पर 88 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था, लेकिन अब यह मामला सुज़लॉन के पक्ष में सुलझ गया है।
यह जुर्माना वित्त वर्ष 2016-17 के लिए लगाया गया था। आयकर विभाग ने कंपनी के कुछ खर्चों को मान्य नहीं माना था, जिसके कारण यह जुर्माना लगाया गया था। सुज़लॉन ने इस फैसले के खिलाफ अपील की थी।
अब, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (ITAT) ने सुज़लॉन की अपील को स्वीकार कर लिया है और जुर्माना रद्द कर दिया है।
मुख्य जानकारी :
- सुज़लॉन एनर्जी के लिए यह एक बड़ी जीत है। 88 करोड़ रुपये का जुर्माना रद्द होने से कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
- यह फैसला दूसरे कंपनियों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो इसी तरह के मामलों का सामना कर रही हैं।
- इस खबर से सुज़लॉन के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- सुज़लॉन के निवेशकों के लिए यह एक अच्छी खबर है। कंपनी का प्रदर्शन बेहतर होने और शेयरों में तेजी आने की उम्मीद है।
- अगर आप सुज़लॉन में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा समय हो सकता है।
- लेकिन निवेश करने से पहले बाजार के हालात और कंपनी के प्रदर्शन पर नज़र रखना ज़रूरी है।
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