अमेरिका और चीन के बीच व्यापार का झगड़ा और बढ़ गया है। अमेरिका ने चीन से आने वाली कुछ खास चीजों पर टैक्स (शुल्क) बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है, कुछ पर तो 245% तक! इसका मतलब है कि अब ये चीनी सामान अमेरिका में बहुत महंगे बिकेंगे। अमेरिका का कहना है कि चीन ने पहले उसके सामान पर ज्यादा टैक्स लगाया था, इसलिए अब वो ऐसा कर रहा है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है और पूरी दुनिया इस बात से चिंतित है कि इसका क्या असर होगा।
मुख्य जानकारी:
इस खबर में सबसे बड़ी बात यह है कि अमेरिका अब चीन के खिलाफ बहुत सख्त कदम उठा रहा है। उसने कुछ खास सामान जैसे सीरिंज और सुई पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाया है, जो कि 245% तक है। पहले यह टैक्स 145% था। चीन ने भी पलटवार करते हुए अमेरिका से आने वाले बोइंग हवाई जहाजों की डिलीवरी रोक दी है और कुछ जरूरी धातुओं का निर्यात भी बंद कर दिया है। इस पूरे मामले से यह साफ है कि अमेरिका और चीन के बीच का व्यापारिक रिश्ता बहुत खराब हो गया है और यह आगे और भी बिगड़ सकता है। इसका असर दोनों देशों की कंपनियों और आम लोगों पर पड़ेगा, क्योंकि चीजें महंगी हो जाएंगी।
निवेश का प्रभाव :
भारत के निवेशकों के लिए इस खबर का मिला-जुला असर हो सकता है। एक तरफ, चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने से कुछ अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां चीन से हटकर भारत में अपना कारोबार बढ़ा सकती हैं। इससे भारतीय कंपनियों के लिए नए मौके बन सकते हैं। खासकर, मैन्युफैक्चरिंग (उत्पादन) क्षेत्र में भारत को फायदा हो सकता है।
दूसरी तरफ, अगर यह व्यापार युद्ध और बढ़ता है, तो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिल सकता है। इसलिए निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहने और सोच-समझकर निवेश करने की सलाह दी जाती है। उन्हें उन क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए जो इस व्यापार युद्ध से कम प्रभावित हो सकते हैं या जिन्हें इसका फायदा मिल सकता है।