वॉकहार्ट नामक एक भारतीय दवा कंपनी ने ज़ायनिच नामक एक नई दवा बनाई है जो उन गंभीर बैक्टीरिया संक्रमणों से लड़ने में 97% असरदार साबित हुई है जिनपर मेरोपेनेम नामक एंटीबायोटिक का असर नहीं होता। ज़ायनिच में ज़ाइडेबैक्टम और सेफेपाइम नामक दो दवाएं शामिल हैं।
यह दवा उन मरीजों के लिए एक नई उम्मीद है जो ऐसे संक्रमणों से पीड़ित हैं जिनका इलाज मौजूदा दवाओं से संभव नहीं है। ज़ायनिच ने 35 से ज़्यादा गंभीर रूप से बीमार मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया है, जिनमें मेनिन्जाइटिस जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज भी शामिल हैं।
मुख्य जानकारी :
- ज़ायनिच दवा उन बैक्टीरिया को मारने में सक्षम है जो कई एंटीबायोटिक दवाओं के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर चुके हैं।
- यह दवा उन मरीजों के लिए एक नया विकल्प प्रदान करती है जिनके पास पहले कोई प्रभावी इलाज नहीं था।
- ज़ायनिच के सफल परीक्षण से वॉकहार्ट कंपनी के शेयरों में तेज़ी आ सकती है।
- इस दवा की खोज से एंटीबायोटिक प्रतिरोध की बढ़ती समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- वॉकहार्ट कंपनी के शेयरों में निवेश करने पर विचार किया जा सकता है क्योंकि ज़ायनिच जैसी नई और प्रभावी दवा के आने से कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
- स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है।
- हालांकि, निवेश करने से पहले अन्य बाजार कारकों और कंपनी के प्रदर्शन का भी विश्लेषण करना ज़रूरी है।
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