अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें गिरकर 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं। दिसंबर 2021 के बाद यह पहली बार हुआ है जब तेल की कीमतें इतनी नीचे आई हैं। इसकी वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है।
मुख्य जानकारी :
- तेल कंपनियों के लिए अच्छी खबर: तेल की कीमतें कम होने से तेल खरीदने वाली कंपनियों, जैसे एयरलाइंस और पेंट कंपनियों को फायदा होगा। इससे उनके खर्चे कम होंगे और मुनाफा बढ़ेगा।
- सरकार के लिए राहत: तेल सस्ता होने से भारत का आयात बिल कम होगा। इससे सरकार को महंगाई कम करने में मदद मिलेगी।
- ओएनजीसी जैसी कंपनियों के लिए चिंता: तेल की कीमतें गिरने से ओएनजीसी जैसी तेल उत्पादक कंपनियों के मुनाफे पर असर पड़ सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- तेल कंपनियों के शेयरों में तेजी: तेल खरीदने वाली कंपनियों, जैसे इंडिगो, स्पाइसजेट, एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- तेल उत्पादक कंपनियों के शेयरों में गिरावट: ओएनजीसी, ऑयल इंडिया जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल सकती है।
- महंगाई पर नजर: तेल की कीमतों में गिरावट से महंगाई कम हो सकती है। इससे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को ब्याज दरों में कटौती करने का मौका मिल सकता है।
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