अमेरिका में कच्चे तेल की कीमतों में कल भारी उछाल आया, जिससे दुनिया भर में तेल के दाम बढ़ गए हैं। जानकारों का कहना है कि अमेरिका में तेल का भंडार जितना सोचा गया था उससे कम निकला, इसलिए कीमतें बढ़ी हैं। इसके अलावा, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की वजह से भी तेल की सप्लाई पर असर पड़ रहा है, जिससे कीमतें और बढ़ सकती हैं।
मुख्य जानकारी :
- अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार कम होने से कीमतों में तेज़ी आई है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से तेल की सप्लाई पर अनिश्चितता बनी हुई है।
- तेल उत्पादक देशों के संगठन OPEC ने उत्पादन में कटौती की है, जिससे भी कीमतें बढ़ रही हैं।
निवेश का प्रभाव :
- तेल की बढ़ती कीमतों का असर पेट्रोल, डीज़ल और रसोई गैस जैसी चीज़ों पर पड़ेगा, जिससे महंगाई बढ़ सकती है।
- तेल कंपनियों के शेयरों में तेज़ी देखने को मिल सकती है।
- ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े शेयरों में भी निवेश का अच्छा मौका हो सकता है।
- निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाज़ार की चाल पर नज़र रखनी चाहिए।
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