टिटागढ़ रेल सिस्टम्स ने बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन के लिए पहली स्वदेशी ड्राइवरलेस ट्रेन बनाकर दे दी है। यह ट्रेन आर.वी. रोड से लेकर बोम्मसंद्रा तक चलेगी, जो इलेक्ट्रॉनिक सिटी से होकर गुजरती है।
कंपनी अप्रैल तक दो और ट्रेनें देगी, और सितंबर 2025 तक हर महीने दो ट्रेनें बनाने का लक्ष्य है।
यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि अब हम खुद ही ऐसी आधुनिक ट्रेनें बना सकते हैं।
मुख्य जानकारी
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- यह खबर टिटागढ़ रेल सिस्टम्स के लिए बहुत अच्छी है, क्योंकि इससे कंपनी को और ऑर्डर मिल सकते हैं।
- इससे भारत में मेट्रो ट्रेनों के निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और विदेशी कंपनियों पर निर्भरता कम होगी।
- बेंगलुरु में लोगों को आने-जाने में और सुविधा होगी, जिससे शहर का विकास होगा।
निवेश का प्रभाव :
- टिटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयरों में तेजी आ सकती है, क्योंकि कंपनी का भविष्य उज्जवल दिख रहा है।
- रेलवे से जुड़े दूसरे शेयरों पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ सकता है।
- निवेशकों को इस क्षेत्र पर नजर रखनी चाहिए और सोच-समझकर निवेश करना चाहिए।
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