व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रक्षा सचिव को निर्देश दिया है कि वे वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य घरेलू खनिज परियोजनाओं में निजी पूंजी के मिलान को सुविधाजनक बनाएं। इसका मतलब है कि अमेरिकी सरकार निजी निवेशकों को उन कंपनियों से जोड़ने में मदद करेगी जो अमेरिका में खनिजों का उत्पादन करती हैं। यह कदम अमेरिका की विदेशी खनिज आपूर्ति पर निर्भरता को कम करने और घरेलू खनन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इन खनिजों का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी और अन्य तकनीक बनाने में होता है। इस पहल का उद्देश्य अमेरिका को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खनिजों के लिए आत्मनिर्भर बनाना है।
मुख्य जानकारी :
यह आदेश अमेरिका की खनिज आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने की कोशिश है। अमेरिका कई महत्वपूर्ण खनिजों के लिए चीन और अन्य देशों पर निर्भर है। इस निर्भरता को कम करके, अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना चाहता है। यह आदेश उन कंपनियों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो अमेरिका में खनिज खनन में शामिल हैं। इससे इन कंपनियों को निजी निवेशकों से पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी। इस खबर का असर उन कंपनियों पर पड़ सकता है जो लिथियम, कोबाल्ट, और रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे खनिजों का खनन करती हैं।
निवेश का प्रभाव :
निवेशकों को उन कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए जो अमेरिका में खनिज खनन में शामिल हैं। यह आदेश इन कंपनियों के लिए विकास के नए अवसर पैदा कर सकता है। निवेशकों को यह भी देखना चाहिए कि यह आदेश अमेरिकी अर्थव्यवस्था और वैश्विक व्यापार संबंधों को कैसे प्रभावित करता है। इस आदेश के कारण कुछ खनिजों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे उन कंपनियों को फायदा होगा जो इन खनिजों का उत्पादन करती हैं। निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इस नीति का दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा और यह किस तरह से बाजार को बदल सकता है।