अमेरिका में कच्चे तेल का भाव बुधवार को बढ़कर 73.77 डॉलर प्रति बैरल हो गया, जो पिछले दिन से 0.60 डॉलर यानी 0.82% ज़्यादा है।
मुख्य जानकारी :
तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी कई कारणों से हुई है, जैसे कि अमेरिका में तेल भंडार में कमी, ओपेक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती, और चीन में मांग बढ़ने की उम्मीद।
निवेश का प्रभाव :
- तेल कंपनियों के शेयर: तेल की कीमतें बढ़ने से तेल उत्पादक कंपनियों, जैसे ONGC और Oil India, को फायदा हो सकता है।
- पेट्रोलियम उत्पाद: पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे आम आदमी के खर्च पर असर पड़ेगा।
- मुद्रास्फीति: तेल की बढ़ती कीमतें महंगाई बढ़ा सकती हैं, जिससे RBI को ब्याज दरें बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
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