पूनावाला फिनकॉर्प, एक बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी, ने अपने एचआर (ह्यूमन रिसोर्स) विभाग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। ऐसा करने वाली यह इंडस्ट्री की पहली कंपनी है। कंपनी का मानना है कि एआई की मदद से काम जल्दी होगा, खर्च कम होगा और लोगों को नौकरी पर रखने का तरीका बेहतर होगा।
पूनावाला फिनकॉर्प ने आईआईटी बॉम्बे के साथ मिलकर एआई सॉल्यूशन बनाए हैं जो एचआर और दूसरे विभागों में काम आएंगे। इससे उम्मीदवारों के जवाबों को समझने, रिज्यूमे देखने और नौकरी की पेशकश करने में तेजी आएगी। कंपनी का कहना है कि अगले तीन सालों में एआई की वजह से हायरिंग का खर्च 50-60% तक कम हो जाएगा। अभी लगभग 80% हायरिंग एआई की मदद से हो रही है, जिससे ज्यादातर मामलों में एक दिन के अंदर नौकरी की पेशकश की जा सकती है।
मुख्य जानकारी :
- पूनावाला फिनकॉर्प ने एचआर में एआई का इस्तेमाल करके एक नया ट्रेंड शुरू किया है। इससे दूसरी कंपनियों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिल सकती है।
- एआई की मदद से हायरिंग प्रक्रिया तेज और सस्ती हो सकती है, जिससे कंपनी को फायदा होगा।
- एआई का इस्तेमाल सिर्फ एचआर में ही नहीं, बल्कि दूसरे विभागों में भी किया जा सकता है, जिससे कंपनी और भी बेहतर तरीके से काम कर सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- पूनावाला फिनकॉर्प का यह कदम दिखाता है कि कंपनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके आगे बढ़ना चाहती है।
- इससे कंपनी की ग्रोथ और मुनाफे में बढ़ोतरी हो सकती है, जो निवेशकों के लिए अच्छी खबर है।
- अगर आप पूनावाला फिनकॉर्प में निवेश करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए एक अच्छा संकेत हो सकती है।
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