पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (PFC) ने गुजरात के मुंद्रा में ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया बनाने के लिए एक नई कंपनी बनाई है जिसका नाम है “मुंद्रा I ट्रांसमिशन लिमिटेड”। यह कंपनी बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम बनाएगी जिससे ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया प्लांट्स को बिजली मिल सके।
यह प्रोजेक्ट भारत सरकार के ग्रीन हाइड्रोजन मिशन का हिस्सा है जिसका लक्ष्य 2030 तक 5 मिलियन टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करना है। PFC कंसल्टिंग लिमिटेड (PFCCL), जो PFC की सहायक कंपनी है, इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है।
मुख्य जानकारी :
- PFC का यह कदम भारत के ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इससे गुजरात में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- PFC जैसी बड़ी कंपनी का इस क्षेत्र में निवेश से दूसरे निवेशकों का भी भरोसा बढ़ेगा।
निवेश का प्रभाव :
- ग्रीन हाइड्रोजन एक उभरता हुआ क्षेत्र है जिसमें निवेश की काफी संभावनाएं हैं।
- PFC, PFCCL, और नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- निवेशकों को इस क्षेत्र पर नजर रखनी चाहिए और निवेश करने से पहले पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए।