भारत की सबसे बड़ी सोलर पैनल बनाने वाली कंपनी, वारी एनर्जीज, को अपने गुजरात के चिखली स्थित प्लांट में ‘PV मॉड्यूल टेस्ट लैब’ के लिए NABL (नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज) से मान्यता मिल गई है। यह मान्यता इस बात की पुष्टि करती है कि वारी एनर्जीज के सोलर पैनल उच्च गुणवत्ता के हैं और अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करते हैं।
इससे पहले, वारी एनर्जीज को अपने ठुम्ब स्थित प्लांट के लिए भी NABL मान्यता मिल चुकी है। चिखली प्लांट में मिली यह दूसरी मान्यता कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इस लैब में सोलर पैनल की 48 से ज़्यादा तरह की जाँच की जा सकती है, जैसे कि तापमान में बदलाव का असर, नमी का असर, मज़बूती की जाँच, और बिजली के कारण होने वाले नुकसान की जाँच।
मुख्य जानकारी :
- वारी एनर्जीज को मिली यह मान्यता भारत में सोलर ऊर्जा के क्षेत्र के लिए एक अच्छी खबर है।
- इससे पता चलता है कि भारत में बने सोलर पैनल अब दुनिया के सबसे अच्छे पैनल के बराबर हैं।
- वारी एनर्जीज अब और भी ज़्यादा सोलर पैनल की जाँच अपने ही देश में कर सकेगी, जिससे समय और पैसा दोनों की बचत होगी।
निवेश का प्रभाव :
- NABL मान्यता से वारी एनर्जीज के शेयरों में तेज़ी आ सकती है क्योंकि इससे कंपनी की साख बढ़ेगी और लोगों का भरोसा भी।
- यह खबर सोलर ऊर्जा के क्षेत्र के लिए भी अच्छी है, क्योंकि इससे दूसरे कंपनियों को भी अपने उत्पादों की गुणवत्ता सुधारने की प्रेरणा मिलेगी।
- निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है कि वे वारी एनर्जीज या दूसरी सोलर कंपनियों के शेयरों में निवेश करने के बारे में सोचें।
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