रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को इंश्योरेंस कारोबार में कदम रखने की इजाजत दे दी है। बैंक, जनराली ग्रुप के साथ मिलकर एक जॉइंट वेंचर के ज़रिए यह काम करेगा। इसके लिए बैंक को FGIICL और FGILICL के तहत काम करना होगा और RBI और IRDAI (इंश्योरेंस रेगुलेटर) के नियमों का पालन करना होगा।
मुख्य जानकारी :
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अब अपने ग्राहकों को इंश्योरेंस पॉलिसी भी बेच सकेगा।
- इससे बैंक की आमदनी बढ़ने और ग्राहकों को ज़्यादा सुविधा मिलने की उम्मीद है।
- बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर में बढ़ते कॉम्पिटिशन से ग्राहकों को फायदा हो सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में तेजी आ सकती है क्योंकि इंश्योरेंस बिज़नेस से बैंक को और मुनाफा होने की उम्मीद है।
- यह खबर बैंकिंग सेक्टर के लिए अच्छी है, क्योंकि इससे दूसरे बैंक भी इंश्योरेंस कारोबार में उतरने के लिए प्रोत्साहित हो सकते हैं।
- निवेशकों को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के आने वाले तिमाही नतीजों पर नज़र रखनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि इंश्योरेंस बिज़नेस का बैंक पर क्या असर पड़ रहा है।