कल के कारोबार में ब्रेंट क्रूड के वायदा भाव में 75 सेंट यानी 0.98% की बढ़ोतरी हुई और यह 77.05 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
मुख्य जानकारी :
- कच्चे तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में गिरावट और चीन में तेल की मांग बढ़ने की उम्मीद के कारण हुई है।
- ओपेक (तेल उत्पादक देशों का संगठन) द्वारा उत्पादन में कटौती करने के फैसले से भी कीमतों को सहारा मिल रहा है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आपूर्ति में अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से तेल उत्पादक कंपनियों के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं, जिसका असर मुद्रास्फीति पर पड़ सकता है।
- निवेशकों को ऊर्जा क्षेत्र और संबंधित कंपनियों पर नजर रखनी चाहिए।
- तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए।
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