अमेरिका ने रूस के ऊर्जा क्षेत्र पर नए प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे रूस भड़क गया है। रूस का कहना है कि वह इन प्रतिबंधों का जवाब देने के लिए कुछ भी कर सकता है।
अमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों, जहाजों और ऊर्जा अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका का मकसद यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद करने वालों को दंडित करना है।
रूस का कहना है कि इन प्रतिबंधों से अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार अस्थिर हो जाएगा और तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। रूस ने यह भी कहा है कि वह इन प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए नए रास्ते खोज लेगा।
मुख्य जानकारी :
- अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ रहा है।
- ऊर्जा बाजार में अनिश्चितता का माहौल है।
- तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े शेयरों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- सोने जैसी सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ सकती है।
- निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार पर नजर रखनी चाहिए।
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