ज़ोमैटो और स्विगी, भारत के दो सबसे बड़े ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी प्लेटफार्म, अब रेस्टोरेंट मालिकों के साथ मिलकर एक नए तरीके से काम करने की योजना बना रहे हैं। ये प्लेटफार्म, रेस्टोरेंट से कमीशन लेने के बजाय, एक नए मॉडल पर काम करेंगे जिसमें रेस्टोरेंट को प्लेटफार्म पर लिस्टिंग और प्रमोशन के लिए एक निश्चित फीस देनी होगी। ये नया तरीका रेस्टोरेंट को अपने खर्चों को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करेगा। साथ ही, इससे रेस्टोरेंट और प्लेटफार्म दोनों को ही फ़ायदा होने की संभावना है। ज़ोमैटो और स्विगी, दोनों ही इस नए मॉडल को लाने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि वे बदलते बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकें।
मुख्य जानकारी :
यह खबर महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी उद्योग में एक बड़े बदलाव का संकेत देती है। वर्तमान में, रेस्टोरेंट अपने प्रत्येक ऑर्डर पर ज़ोमैटो और स्विगी को कमीशन देते हैं। नए मॉडल के तहत, रेस्टोरेंट को एक निश्चित राशि का भुगतान करना होगा, जो उन्हें अपने खर्चों का पूर्वानुमान लगाने में मदद करेगा। इससे छोटे रेस्टोरेंट को भी फ़ायदा होने की संभावना है, जो कमीशन मॉडल के तहत ज्यादा लागत का सामना करते हैं। हालांकि, इस नए मॉडल से रेस्टोरेंट और ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी प्लेटफार्म के बीच संबंध बदल सकते हैं।
निवेश का प्रभाव :
यह खबर ज़ोमैटो और स्विगी में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है। नए मॉडल से इन कंपनियों के राजस्व में बदलाव आ सकता है। निवेशकों को इस बदलाव के प्रभाव का विश्लेषण करने की आवश्यकता है। उन्हें यह भी देखना होगा कि यह बदलाव रेस्टोरेंट और उपभोक्ताओं को कैसे प्रभावित करता है। इसके अतिरिक्त, इस बदलाव से बाजार में अन्य फ़ूड डिलीवरी प्लेटफार्म के लिए भी अवसर पैदा हो सकते हैं। निवेशकों को इस क्षेत्र में हो रहे बदलावों पर नज़र रखनी चाहिए।
स्रोत:
- ज़ोमैटो: https://www.zomato.com/
- स्विगी: https://www.swiggy.com/