एच.जी. इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड, जो कि सड़क और पुल बनाने वाली एक बड़ी कंपनी है, अब बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के बिजनेस में भी कदम रख रही है। इसके लिए कंपनी ने ‘एच.जी. बनासकांठा बेस’ नाम से एक नई यूनिट बनाई है।
यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि एच.जी. इंफ्रा को गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) से एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। इस प्रोजेक्ट के तहत, कंपनी को गुजरात में 250 मेगावाट / 500 मेगावाट घंटे की बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम लगाना है। यह प्रोजेक्ट 500 मेगावाट / 1000 मेगावाट घंटे के Standalone Battery Energy Storage Systems का हिस्सा है, जिसे टैरिफ-आधारित ग्लोबल कॉम्पिटिटिव बिडिंग (चरण-IV) के तहत वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) सहायता से बनाया जा रहा है।
मुख्य जानकारी :
- एच.जी. इंफ्रा का यह कदम बिजनेस को बढ़ाने और नए क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने की कोशिश है।
- बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम आजकल बहुत महत्वपूर्ण हो रहे हैं, क्योंकि ये सौर और पवन ऊर्जा जैसी renewable energy को स्टोर करने में मदद करते हैं।
- सरकार भी इस क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है, जिससे एच.जी. इंफ्रा को आगे काफी फायदा हो सकता है।
निवेश का प्रभावv :
- यह खबर एच.जी. इंफ्रा के शेयरों के लिए अच्छी हो सकती है, क्योंकि इससे कंपनी की आमदनी और मुनाफा बढ़ने की उम्मीद है।
- निवेशकों को कंपनी के आने वाले परिणामों और इस प्रोजेक्ट की प्रगति पर नज़र रखनी चाहिए।
- यह renewable energy सेक्टर में निवेश करने का भी एक अच्छा मौका हो सकता है।
स्रोत: