अमेरिका में कच्चे तेल का भाव मंगलवार को थोड़ा सा नीचे आया है। न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में, जनवरी में मिलने वाले कच्चे तेल का भाव 5 सेंट (0.07%) घटकर 68.72 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
मुख्य जानकारी :
- कच्चे तेल की कीमतों में यह गिरावट बहुत मामूली है, इसलिए इसे कोई बड़ा बदलाव नहीं माना जा सकता।
- पिछले कुछ हफ़्तों में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है, जिसमें कई कारक भूमिका निभा रहे हैं, जैसे कि वैश्विक मांग, अमेरिकी डॉलर की मजबूती, और ओपेक+ देशों के उत्पादन में कटौती।
- चीन में कोविड के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन की आशंका से तेल की मांग पर दबाव पड़ सकता है, जिससे कीमतें नीचे आ सकती हैं।
- दूसरी ओर, अमेरिका में तेल भंडार में कमी आने से कीमतों को सहारा मिल सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने वालों को तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर नज़र रखनी चाहिए।
- तेल उत्पादक कंपनियों के शेयरों पर तेल की कीमतों का सीधा असर पड़ता है, इसलिए इन कंपनियों में निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
- तेल की कीमतों में बदलाव का असर अन्य क्षेत्रों, जैसे परिवहन और पेट्रोकेमिकल, पर भी पड़ सकता है।
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