गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड (GBL), जो कि रिन्यूएबल केमिकल और बायोफ्यूल बनाने वाली एक बड़ी कंपनी है, ने कैटालिक्स इंक के साथ एक खास समझौता किया है। इस समझौते से GBL को कैटालिक्स की नई तकनीक का इस्तेमाल करने का अधिकार मिलेगा, जिससे वो इथेनॉल को बायोब्यूटेनॉल और दूसरे उच्च अल्कोहल में बदल सकेंगे।
पहले चरण में, गोदावरी एक ऐसा प्लांट बनाएगी जो हर साल 15,000 मीट्रिक टन बायोब्यूटेनॉल और उच्च अल्कोहल बनाएगा। GBL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, समीर सोमैया जी ने कहा कि कैटालिक्स के साथ यह साझेदारी पर्यावरण के लिए अच्छी है और बायो-केमिकल क्षेत्र में हमारी कंपनी को आगे बढ़ाएगी।
मुख्य जानकारी :
- यह समझौता गोदावरी बायोरिफाइनरीज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे उन्हें बायोब्यूटेनॉल और उच्च अल्कोहल बनाने की नई तकनीक मिलेगी।
- बायोब्यूटेनॉल एक तरह का ईंधन है जो पेट्रोल की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा है क्योंकि यह पेट्रोल से कम प्रदूषण फैलाता है।
- इस समझौते से गोदावरी बायोरिफाइनरीज को बायोफ्यूल के बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर गोदावरी बायोरिफाइनरीज के शेयरों के लिए अच्छी हो सकती है।
- अगर कंपनी बायोब्यूटेनॉल का उत्पादन सफलतापूर्वक शुरू कर देती है, तो इससे कंपनी का मुनाफा बढ़ सकता है।
- निवेशकों को कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन पर नज़र रखनी चाहिए और यह देखना चाहिए कि यह नया उत्पाद बाजार में कैसा प्रदर्शन करता है।
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