इज़राइल और लेबनान के बीच संभावित युद्धविराम की खबरों के चलते ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में आज 1 डॉलर से ज़्यादा की गिरावट देखी गई है। ब्रेंट क्रूड का भाव अब 73.97 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। दरअसल, इस युद्ध की वजह से तेल की सप्लाई में रुकावट आने की आशंका थी जिससे कीमतें बढ़ रही थीं। लेकिन अब युद्धविराम की उम्मीद जगी है तो निवेशकों को राहत मिली है और कीमतें नीचे आ गई हैं।
मुख्य जानकारी :
- तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव: मध्य पूर्व में चल रहे इस संघर्ष का असर पूरी दुनिया के तेल बाज़ार पर पड़ रहा है। युद्ध की वजह से तेल की सप्लाई पर खतरा मंडरा रहा था, जिससे कीमतें बढ़ रही थीं।
- युद्धविराम का संभावित प्रभाव: अगर युद्धविराम हो जाता है, तो तेल की सप्लाई सामान्य होने की उम्मीद है और कीमतों में और गिरावट आ सकती है।
- भारत पर प्रभाव: तेल की कीमतों में गिरावट से भारत जैसे तेल आयातक देशों को फायदा होगा। इससे पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें कम हो सकती हैं और महंगाई पर भी लगाम लग सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- तेल कंपनियों के शेयर: तेल की कीमतों में गिरावट का असर तेल कंपनियों (ONGC, Reliance Industries) के शेयरों पर भी दिख सकता है।
- ऊर्जा क्षेत्र: ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े शेयरों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
- महंगाई: तेल की कीमतों में गिरावट से महंगाई कम होने की उम्मीद है, जो बाज़ार के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
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