आवास फाइनेंसियर्स नाम की कंपनी 7 जनवरी को एक मीटिंग करने वाली है। इस मीटिंग में कंपनी यह तय करेगी कि उसे NCD (गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर) जारी करने चाहिए या नहीं। NCD एक तरह का कर्ज होता है जो कंपनियां पैसा जुटाने के लिए जारी करती हैं। अगर कंपनी NCD जारी करने का फैसला लेती है, तो यह प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए होगा, यानी यह आम लोगों को नहीं बेचे जाएंगे, बल्कि कुछ खास निवेशकों को ही बेचे जाएंगे।
मुख्य जानकारी :
- पैसा जुटाना: आवास फाइनेंसियर्स को अपने कामकाज के लिए और पैसों की जरूरत है। NCD जारी करके कंपनी बाजार से और पैसा जुटा सकती है।
- कर्ज का बोझ: NCD जारी करने से कंपनी पर कर्ज का बोझ बढ़ेगा। कंपनी को NCD पर ब्याज देना होगा, जिससे उसका मुनाफा कम हो सकता है।
- निवेशकों के लिए: NCD निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं, क्योंकि ये आम तौर पर बैंकों की FD से ज्यादा ब्याज देते हैं।
निवेश का प्रभाव :
अगर आप आवास फाइनेंसियर्स में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो NCD जारी होने के बाद कंपनी की वित्तीय स्थिति पर नजर रखना जरूरी होगा। देखें कि कंपनी पर कर्ज का बोझ कितना बढ़ता है और उसका मुनाफा कैसा रहता है।
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