कर्मा एनर्जी लिमिटेड, जो कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती है, ने अपने बे विंड प्रोजेक्ट्स को राम कृष्ण आयरन वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड को बेचने का फैसला किया है। यह सौदा कर्मा एनर्जी के लिए एक बड़ा बदलाव है क्योंकि वे अब आईटी पार्क डेवलपमेंट और बीपीओ ऑपरेशन्स में कदम रख रहे हैं।
बे विंड प्रोजेक्ट्स पहले बिजली उत्पादन के लिए बनाई गई थी, लेकिन पिछले कुछ सालों से यह कंपनी कोई काम नहीं कर रही थी। कर्मा एनर्जी ने इस कंपनी के सारे शेयर खरीद लिए हैं, जिससे बे विंड प्रोजेक्ट्स अब पूरी तरह से कर्मा एनर्जी की सहायक कंपनी बन गई है।
यह सौदा कर्मा एनर्जी के प्रमोटर ग्रुप से जुड़ा हुआ है, क्योंकि प्रमोटर ग्रुप के पास बे विंड प्रोजेक्ट्स के शेयर भी हैं। इसलिए इसे ‘रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन’ माना जा रहा है। कंपनी ने बताया है कि सौदा पूरी पारदर्शिता के साथ हुआ है और सभी नियमों का पालन किया गया है।
मुख्य जानकारी :
- कर्मा एनर्जी अपने मुख्य व्यवसाय (नवीकरणीय ऊर्जा) से हटकर आईटी और बीपीओ क्षेत्र में प्रवेश कर रही है।
- यह सौदा कर्मा एनर्जी के लिए एक नई रणनीति का हिस्सा है, जिससे वे अपने बिज़नेस को और विविध बनाना चाहते हैं।
- बे विंड प्रोजेक्ट्स के पास ज़मीन है जिसका इस्तेमाल आईटी पार्क या बीपीओ सेंटर बनाने के लिए किया जा सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- यह सौदा कर्मा एनर्जी के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे वे एक नए और तेजी से बढ़ते हुए क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।
- निवेशकों को कंपनी की नई रणनीति और भविष्य की योजनाओं पर नज़र रखनी चाहिए।
- यह देखना होगा कि यह बदलाव कंपनी के शेयरों की कीमतों को कैसे प्रभावित करता है।
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