INCRED के अनुसार, लौह अयस्क पर निर्यात शुल्क में 10% की बढ़ोतरी से NMDC जैसी कंपनियों के EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) पर 100 रुपये प्रति टन का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। EBITDA मतलब कंपनी का मुनाफा, ब्याज, टैक्स, मूल्यह्रास और अमूर्तिकरण को घटाने से पहले। सरल शब्दों में कहें तो, कंपनी को हर टन लौह अयस्क पर 100 रुपये कम कमाई होगी।
यह बढ़ोतरी NMDC के लिए एक चुनौती पैदा कर सकती है, क्योंकि इससे उनके मुनाफे में कमी आ सकती है। हालांकि, NMDC ने पिछले वित्तीय वर्ष में अपना अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे उन्हें इस चुनौती से निपटने में मदद मिल सकती है।
मुख्य जानकारी :
- निर्यात शुल्क में बढ़ोतरी से NMDC के मुनाफे पर असर पड़ेगा।
- NMDC को अपनी लागत कम करने या अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाने के उपाय करने पड़ सकते हैं।
- यह बढ़ोतरी भारतीय स्टील उद्योग को भी प्रभावित कर सकती है, क्योंकि NMDC देश का एक प्रमुख लौह अयस्क उत्पादक है।
निवेश का प्रभाव :
- NMDC में निवेश करने वाले निवेशकों को इस खबर पर ध्यान देना चाहिए।
- कंपनी के आने वाले तिमाही परिणामों और प्रबंधन के बयानों से इस बढ़ोतरी के प्रभाव का अंदाजा लगाया जा सकता है।
- निवेश करने से पहले बाजार के अन्य आंकड़ों और विशेषज्ञों की राय लेना ज़रूरी है।
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