Rio Tinto, जो दुनिया की सबसे बड़ी धातु और खनन कंपनियों में से एक है, ने फिनलैंड में कम कार्बन एल्युमीनियम बनाने की योजना पर अध्ययन करने के लिए एक नए साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह समझौता, Rio Tinto और फिनिश कंपनी, Metso Outotec के बीच हुआ है। दोनों कंपनियाँ मिलकर यह पता लगाएंगी कि कैसे एल्युमीनियम बनाने की प्रक्रिया में कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकता है।
इस योजना में, Metso Outotec अपनी तकनीक का इस्तेमाल करेगी जिससे एल्युमीनियम बनाने में कम ऊर्जा लगेगी और कम कार्बन उत्सर्जन होगा। Rio Tinto अपने अनुभव और संसाधनों का उपयोग करेगी।
अगर यह योजना सफल होती है, तो इससे एल्युमीनियम उद्योग में कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी और पर्यावरण को फायदा होगा।
मुख्य जानकारी :
- यह समझौता दर्शाता है कि Rio Tinto पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से ले रही है।
- कम कार्बन एल्युमीनियम की मांग बढ़ रही है, और यह समझौता Rio Tinto को इस बाजार में आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।
- यह योजना फिनलैंड में रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर Rio Tinto के शेयरों के लिए सकारात्मक हो सकती है, क्योंकि यह कंपनी को भविष्य के लिए तैयार करती है।
- जो निवेशक पर्यावरण के अनुकूल कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए Rio Tinto एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- यह समझौता एल्युमीनियम उद्योग में बदलाव का संकेत है, और निवेशकों को इस क्षेत्र पर नजर रखनी चाहिए।
स्रोत: