अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में कुछ देशों से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इस खबर के बाद, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी देखी गई है। सोने का भाव 0.5% बढ़कर $3,160.50 प्रति औंस हो गया है। जब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितता या आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है, तो निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं। इसलिए, टैरिफ की घोषणा के बाद सोने में निवेश बढ़ा है, जिससे इसकी कीमतों में उछाल आया है। सोने का भाव बढ़ना ये दर्शाता है कि बाजार में अनिश्चितता का माहौल है और निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं।
मुख्य जानकारी :
ट्रम्प की टैरिफ घोषणा ने वैश्विक व्यापार संबंधों में तनाव पैदा किया है। जब ऐसे हालात बनते हैं, तो निवेशक शेयर बाजार जैसी जोखिम भरी संपत्तियों से दूर होकर सोने जैसी सुरक्षित संपत्तियों में निवेश करना पसंद करते हैं। सोने को पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है, इसलिए जब बाजार में डर या अनिश्चितता होती है, तो इसकी मांग बढ़ जाती है। इस घटना ने दिखाया है कि वैश्विक आर्थिक नीतियों का सोने की कीमतों पर कितना सीधा असर पड़ता है।
निवेश का प्रभाव :
सोने की कीमतों में यह उछाल भारतीय निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण है। अगर यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो भारत में भी सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं। निवेशकों को अपनी निवेश रणनीति में सोने को शामिल करने पर विचार करना चाहिए, खासकर जब बाजार में अनिश्चितता हो। हालांकि, सोने में निवेश करते समय बाजार के रुझानों और आर्थिक संकेतकों पर नज़र रखना महत्वपूर्ण है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं और केवल सोने पर निर्भर न रहें।