स्टील की मजबूत मांग के कारण लोहे के दाम बढ़ रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय व्यापार में तनाव की वजह से यह बढ़त सीमित है। चीन में स्टील उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है, जिससे लोहे की मांग बढ़ेगी। लेकिन, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने से बाजार में अनिश्चितता का माहौल है।
मुख्य जानकारी :
- चीन में स्टील की मांग: चीन दुनिया का सबसे बड़ा स्टील उत्पादक है, और उसकी अर्थव्यवस्था में सुधार से लोहे की मांग बढ़ सकती है।
- वैश्विक व्यापार तनाव: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव लोहे के दामों को प्रभावित कर सकता है। अगर तनाव बढ़ता है, तो लोहे के दामों में गिरावट आ सकती है।
- आपूर्ति की स्थिति: ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख लोहा उत्पादक देशों से आपूर्ति स्थिर है, लेकिन किसी भी तरह की कमी से दाम बढ़ सकते हैं।
निवेश का प्रभाव :
- लोहा और स्टील कंपनियों के शेयर: लोहे के दामों में बढ़ोतरी से लोहा और स्टील कंपनियों के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम: निवेशकों को अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि इससे लोहे के दामों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- जोखिम प्रबंधन: लोहे के दामों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना महत्वपूर्ण है।
स्रोत: